उमर कैद होगी चाहे फैसला अदालत का हिंदी लहरी
उमर कैद होगी चाहे फैसला अदालत का
अदालत हुस्न की होगी,
मुकदमा तेरे इश्क का होगा।
गवाही मेरे दिल की होगी,
और मुजरिम तेरा प्यार होगा।।
उमर कैद होगी चाहे फैसला अदालत का,
मुकदमा चलेगा यारो आज तो मोहब्बत का।।
ठहर जाओ संगदिल सजा मेरी सुन ले,
जो बची है कलियां वो भी तू चुन ले।
तुझसे मेल होना पाया,
खेल है यह किस्मत का ।।
जुर्म था तुम्हारा मेरा नाम लिखवा के,
खड़ा कर दिया है तटघरे में ला के।
सजा मिलती तब टूटेगा,
तेरे जैसे बादों का।।
सितमगर गवाही होगी मेरे दिल की,
देख ना सकूंगा शायद गलियां रे कल की।
फैसला सुनाया चाहे,
आज हार जीत का।।
उम्र कैद हो गई है फैसला अदालत का,
हार गए मुकदमा यारो आज तो मोहब्बत का।।
अदालत हुस्न की होगी,
मुकदमा तेरे इश्क का होगा।
गवाही मेरे दिल की होगी,
और मुजरिम तेरा प्यार होगा।।
उमर कैद होगी चाहे फैसला अदालत का,
मुकदमा चलेगा यारो आज तो मोहब्बत का।।
ठहर जाओ संगदिल सजा मेरी सुन ले,
जो बची है कलियां वो भी तू चुन ले।
तुझसे मेल होना पाया,
खेल है यह किस्मत का ।।
जुर्म था तुम्हारा मेरा नाम लिखवा के,
खड़ा कर दिया है तटघरे में ला के।
सजा मिलती तब टूटेगा,
तेरे जैसे बादों का।।
सितमगर गवाही होगी मेरे दिल की,
देख ना सकूंगा शायद गलियां रे कल की।
फैसला सुनाया चाहे,
आज हार जीत का।।
उम्र कैद हो गई है फैसला अदालत का,
हार गए मुकदमा यारो आज तो मोहब्बत का।।
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